एप्पल न्यूज़, शिमला
राजधानी में फिर से पेयजल संकट गहरा गया है। हालात ये है कि शहर में लोगों को 5 से छह दिन बाद पानी मिल रहा है। कांग्रेस ने पानी की समस्या के लिए सरकार को जिम्मेवार ठहराया है।
कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा ने पानी की समस्या को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रेस को जारी बयान में छाजटा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जुमलों की सरकार ने शिमला शहर की जनता के साथ विश्वासघात किया है।
उन्होंने कहा कि जनता को 24 घन्टे पानी देने का वायदा भी जुमला साबित हुआ है। शहरी विकास मंत्री अपने हर भाषण में शहर में पेयजल समस्या दूर होने की बात करते हैं।
लोगों को जल्द 24 घण्टे मिलेगा पानी वाला वायदा कर थकते नहीं। उन्होंने कहा कि ये सब जुमला ही साबित हुआ है जिसे शहर की जनता समझ चुकी है।
उन्होंने कहा कि शहर के लोग हज़ारों और लाखों रुपए पानी का बिल दे रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें पानी नहीं मिल रहा। गर्मियों में कहा पेयजल स्त्रोत सूख गए हैं। बरसात में गाद आ गई है।
शिकायत करने पर उसका संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि जब से पानी आबंटन का काम कम्पनी को दिया है लोग परेशान हैं। पेयजल कंपनी ने गर्मियों में राशनिंग की थी। अब बरसात भी खत्म होने को है अभी तक राशनिंग खत्म नहीं हुई।
शिमला शहर में पानी को लेकर बने हालात से लोग दुखी हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी भाजपा शासन काल में भी पानी को लेकर हाहाकार मच चुका है।
दोबारा वही स्थिति आ गई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि व्यवस्था में सुधार ना हुआ तो कांग्रेस शहर में धरना प्रदर्शन करेगी।