अखिल भारतीय श्री पंच जूना अखाडा के महंत श्री रामचन्द्र गिरी ने छड़ी यात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
एप्पल न्यूज, सीआर शर्मा आनी
जिला कुल्लू के आनी वाह्य सिराज क्षेत्र की छोटी काशी निरमंड के अंतर्गत 18570 फुट की ऊँचाई पर स्थित उतरी भारत की सबसे कठीनतम धार्मिक यात्रा में शुमार श्रीखण्ड महादेव के दर्शन को निरमंड के दशनामी जूना अखाडा से माता अंबिका व स्वामी दतात्रेय की 28 वीं छड़ी यात्रा को गुरुवार को श्रीखण्ड छड़ी यात्रा समिति द्वारा विधिवत रूप से रवाना किया गया।
नगर पंचायत निर्मण्ड के उपाध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि इस वर्ष माता अंबिका व स्वामी दतात्रेय की 28 वीं छड़ी यात्रा को अखिल भारतीय श्री पंच जूना अखाडा जींद हरियाणा के श्री महंत रामचन्द्र गिरी जी ने निर्मण्ड के जूना अखाडा से विधिवत पूजा अर्चना के साथ हरी झड़ी दिखाकर रवाना किया। जिसमें हिमाचल सहित देशभर के विभिन्न अखाड़ों से आए दर्जनों साधू महात्मा व अन्य भक्तगण शामिल हैं।
देव वाद्य यंत्रों की थाप. शंखनाद व जयघोष के साथ शुरू हुई इस छड़ी यात्रा की अगुवाई महंत श्री दावत गिरी जी कर रहे हैं।
नगर पंचायत निरमंड के उपाध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि छड़ी यात्रा के शुभारंभ पर माता अंबिका के कारदार पुष्पेंद्र शर्मा . श्रीखण्ड छड़ी यात्रा समिति के अध्यक्ष टाकेश्वर् शर्मा. सचिव योगेश भार्गव. कपिल शर्मा तथा हेम दिवाकर दत्ता सहित अन्य कई सदस्य मौजूद रहे।
विकास शर्मा ने बताया कि गुरूवार सांय को छड़ी यात्रा भ्राहटी नाला पहुंचेगी. जहाँ श्री खंड छड़ी यात्रा समिति द्वारा साधू संतों व छड़ी यात्रा में शामिल अन्य भक्तों के रहने सहने व भोजन पानी की व्यवस्था की गई है।
गुरु पूर्णिमा को श्रीखण्ड कैलाश के दर्शन कर छड़ी यात्रा दुर्गम व कठिन मार्ग से होते हुए वापिस निर्मण्ड की ओर लौटेगी. जहाँ श्रीखण्ड छड़ी यात्रा समिति द्वारा छड़ी यात्रा का भव्य स्वागत किया जायेगा।
बता दें कि श्रीखण्ड कैलाश यात्रा इस वर्ष अधिकारिक तौर पर प्रशासन की देखरेख में 7 जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित की जा रही है। जबकि श्रीखण्ड छड़ी यात्रा गुरूवार को रवाना हो गई है।