एप्पल न्यूज, शिमला
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विधानसभा के अब तक हुए छह सत्रों के दौरान उनका आचरण पूरी तरह से निष्पक्ष रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका सबसे अहम है। इसलिए वह खासकर नेता प्रतिपक्ष को ज्यादा समय देते हैं।
पठानिया ने कहा कि वह लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और वह सभी को विश्वास में लेकर सदन चलाते हैं। विधानसभ अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने सदन के भीतर कोई गलत व्यवहार नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि चुनावों में शब्दों का प्रयोग राजनैतिक लाभ लेने के लिए होता है और संभवतः उन्होंने भी उप चुनावों में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए कोई टिप्पणी की होगी। क्योंकि उस समय हालात ऐसे थे कि सरकार एक साल में ही गिरने वाली है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर विपक्ष चाहता है तो विधानसभा से बाहर प्रैस वार्ता कर उन शब्दों के बारे में भी स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यह साबित नहीं करना है कि वह ठीक है और न ही वह यह चाहते हैं कि सामने वाला साबित करे की वह ठीक है।
उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का विपक्ष का नोटिस नियमों के तहत नहीं था। इसलिए उसे रद्द कर दिया गया।