एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। राज्य के ऊपरी और मध्य पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है, जबकि निचले क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है।
- कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, शिमला और मंडी जैसे जिलों में सबसे अधिक असर पड़ा है।
- भारी बर्फबारी के कारण कई इलाकों में यातायात ठप हो गया है और दूर-दराज के गांवों का संपर्क कट गया है।
- लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊंचे इलाकों में 3 से 4 फीट तक बर्फ जमा हो चुकी है।

2. भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं
भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे कई सड़कें, पुल और घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
- कुल्लू जिले के सरवरी नाले में अचानक आई बाढ़ के कारण 10 गाड़ियां बह गईं।
- कई जगह भूस्खलन के कारण नेशनल हाईवे और अन्य प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं।
- 500 से अधिक सड़कें और 5 नेशनल हाईवे अवरुद्ध हो चुके हैं।
- चंबा, मंडी, और कांगड़ा जिलों में नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
3. बिजली और संचार व्यवस्था प्रभावित
- 2283 से अधिक ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है।
- कुछ क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
- लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में बिजली बहाल करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि भारी बर्फबारी के चलते सड़कें साफ करना मुश्किल हो रहा है।
4. स्कूल और दफ्तर बंद
- लाहौल-स्पीति, चंबा और कुल्लू जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
- हालांकि, सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को तय समय पर ही आयोजित करने की घोषणा की गई है।
- सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति भी कम रही है, क्योंकि सड़कें अवरुद्ध हैं और कर्मचारी घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

5. प्रशासन की ओर से जारी अलर्ट और बचाव कार्य
- मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।
- प्रशासन ने लोगों को नदियों और नालों के पास न जाने की सख्त चेतावनी दी है।
- एनडीआरएफ (NDRF) और राज्य आपदा प्रबंधन दल राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव कार्यों में बाधाएं आ रही हैं।
- हेलीकॉप्टर सेवाओं के जरिए फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बनाई जा रही है, खासकर लाहौल-स्पीति और किन्नौर में।
6. पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह
- प्रशासन ने पर्यटकों को अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है।
- मनाली, रोहतांग, शिमला और धर्मशाला में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
- स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे बिना जरूरी काम के घरों से बाहर न निकलें।
7. संभावित नुकसान और आगे की स्थिति
- प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
- कई घरों को आंशिक या पूरी तरह से क्षति पहुंची है।
- यदि बारिश और बर्फबारी इसी तरह जारी रही, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी ने व्यापक तबाही मचाई है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि लोगों को सुरक्षित रखा जाए और जरूरी सेवाएं बहाल की जाएं, लेकिन खराब मौसम राहत कार्यों में बाधा डाल रहा है। आगामी दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए लोगों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और सतर्क रहने की जरूरत है।