एप्पल न्यूज, शाहपुर/कांगड़ा
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कांगड़ा जिले के शाहपुर के चंबी मैदान में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में कई अहम घोषणाएं कीं और महिलाओं को सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और प्रशासनिक सुधारों को प्राथमिकता दी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पंचायती राज संस्थाओं से महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को दिया।
उन्होंने कहा कि संविधान में यह संशोधन राजीव गांधी की सोच का प्रतीक है, जिससे महिलाओं के प्रति समाज में सकारात्मक बदलाव आया और आज महिलाएं समाज के हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने सबसे पहले विधानसभा और संसद में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने का बिल राज्य सभा में पास करवाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी महिलाओं को आरक्षण देने की पक्षधर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेटियों को बेटों को बराबर हक प्रदान करने के लिए भूमि कानून में बदलाव किया।

इसके अलावा राज्य सरकार ने पुलिस भर्ती में महिलाओं के लिए आरक्षण बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि निर्णय लेने में महिलाओं की भूमिका हो। प्रदेश सरकार महिला कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है और महिला शक्ति ही प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की नींव है।
कई योजनाओं और घोषणाओं के साथ, यह हिमाचल प्रदेश की महिलाओं और ग्रामीण समुदायों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकती है।

मुख्य घोषणाएँ
- न्यायिक एवं प्रशासनिक सुविधाएँ:
- शाहपुर में सब जज कोर्ट और डीएसपी कार्यालय खोला जाएगा।
- दरीणी में जल शक्ति विभाग का नया सेक्शन स्थापित होगा।
- रिड़कमार में 2000 लीटर क्षमता का बल्क मिल्क कूलर लगेगा।
- शिक्षा क्षेत्र में सुधार:
- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैत को राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाया जाएगा।
- राजकीय महाविद्यालय लंज में बीसीए, बी-वॉक और पीजीडीसीए कोर्स शुरू होंगे।
- शाहपुर कॉलेज और आईटीआई शाहपुर का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर होगा।
- हर विधानसभा क्षेत्र के 6 स्कूलों में सभी विषयों के अध्यापक नियुक्त किए जाएंगे।
- स्वास्थ्य सुविधाएँ:
- पीएचसी रिड़कमार को सीएचसी में बदला जाएगा।
- सिविल अस्पताल शाहपुर में ऑक्सीजन प्लांट, अल्ट्रासाउंड और डायलिसिस की सुविधा दी जाएगी।
- दिल्ली एम्स की तर्ज पर आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएँ विकसित करने के लिए 1800 करोड़ रुपये का प्रावधान।
- महिला कल्याण एवं आर्थिक सुधार:
- इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत महिलाओं को 18,000 रुपये वार्षिक सहायता।
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय हर साल बढ़ाने की घोषणा।
- विधवा महिलाओं के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
- पुलिस भर्ती में महिलाओं के लिए आरक्षण 30% किया गया।
- कृषि और ग्रामीण विकास:
- दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया गया।
- प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं और मक्की की सरकारी खरीद शुरू।
- अगला बजट ग्रामीण विकास केंद्रित होगा।
सम्मानित महिलाएँ और संस्थाएँ
- महिला विकास प्रोत्साहन योजना के तहत
- शिमला की सक्षम क्लस्टर फेडरेशन बसंतपुर
- रिकांगपिओ की डोलमा नेगी
- कुमारसेन की पारुल मिन्हास
- मंडी की अंशुल मल्होत्रा
- कांगड़ा की निकिता को 1-1 लाख रुपये का पुरस्कार।
- सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया।
- राष्ट्रीय महिला कबड्डी खिलाड़ियों को विशेष सम्मान।
- मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत
- शाहपुर की प्रगति को घर बनाने के लिए 3 लाख रुपये
- मोहिनी देवी को शादी के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता।
राजनीतिक बयान
- मुख्यमंत्री ने भाजपा के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के 10,000 करोड़ रुपये की सहायता रोक रही है।
- उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार की नीतियों से शिक्षा का स्तर गिरा, लेकिन अब राज्य सरकार इसे सुधार रही है।
- नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है, जिससे 30% तक कमी आई है।