एप्पल न्यूज़, शिमला
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्र सरकार से राज्य में रैपिड डायग्नोस्टिक किट के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध कराने का आग्रह किया, ताकि मौजूदा चिकित्सा सुविधाओं को प्रभावी ढंग से कोविड-19 से लड़ने के लिए सुदृढ़ किया जा सके। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से राज्य को 60 वेंटिलेटर प्रदान करने का भी आग्रह किया ताकि जरूरत पड़ने पर पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर उपलब्ध हों।
मुख्यमंत्री ने यह बात विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन द्वारा आयोजित वीडियो काॅंफ्रेस के दौरान कही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री को आस्वस्थ किया कि केंद्र सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार के सामूहिक प्रयासों की जरूरत है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने आज तक राज्य में 6 अस्पताल कोविड-19 अस्पताल के रूप में अधिसूचित किए हैं, जिनमें लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल काॅलेज नेरचैक, जिला मण्डी, इएसआई अस्पताल काठा बद्दी जिला सोलन, चेरिटेबल अस्पताल भोटा जिला हमीरपुर, एस.एस. मेमोरियल आर्शीवाद अस्पताल चम्बा, नागरिक अस्पताल सराॅंह जिला सिरमौर और अग्रवाल अस्पताल ज्वालामुखी जिला कागड़ा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत विभिन्न स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने घर-घर पहुंच कर लगभग 60 लाख से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी एकत्र की गई है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य सरकार को विभिन्न प्रकार के लक्षणों से प्रभावित लोगों की पहचान करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि आगामी दो दिनों में इस अभियान के तहत पूरे राज्य को कवर कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में लगभग 50 स्वास्थ्य उप केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेली-मेडिसिन सुविधाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से विशेषज्ञ परामर्शदाता चिकित्सा परामर्श प्रदान कर रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अब तक कोविड-19 के लिए 900 लोगों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 832 लोगों को नेगेटिव पाया गया है। आज कुल 127 सेम्पल जांच को भेजे थे जिनमे से 87 की रिपोएत नेगेटिव आ चुकी है और 40 कि रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 के 28 पाॅजिटिव मामले हैं, जिनमें से दो ठीक होकर घर भेज दिए गए हैं, चार राज्य के बाहर इलाज के लिए चले गए हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि राज्य में आज तक कोविड-19 के 21 मामले आए हैं, जिनमें से सभी तब्लीगी जमात या उनके करीबी हैं।
उधर IGMC शिमला में उपचाराधीन 3 पॉजिटिव लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। ये सोलन जिला से थे। वहीं टांडा में उपचारधीन 3 में से एक कि रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है जबकि 2 की रिपोर्ट आना शेष है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कवारनटाईन सुविधा के लिए लगभग 6600 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, इसके अलावा 510 बिस्तरे आइसोलेशन के लिए उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राज्य में कोविड-19 पाॅजिटिव रोगियों के लिए लगभग 450 बिस्तर उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा राज्य में कफ्र्यू प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। दैनिक जरूरत की वस्तुओं की खरीद के लिए कफ्र्यू में ढील के दौरान सोशल डिस्टेंस का अनुपालन भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आर.डी. धीमान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।