एप्पल न्यूज़, शिमला
लम्बे ड्राई स्पैल के बाद आखिर बीती शाम राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर हलकी बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ़बारी से किसानों, बागवानों व् सैलानियों ने राहत पाई है।
शिमला में देर रात करीब अढ़ाई बजे से हलकी बारिश शुरू हुई जो सुबह तक जारी रही.
हालाँकि सुबह हलके बादलों के बीच धूप खिलने और बारिश से सूखी ठंड से भी राहत मिली है। शिमला जिला की ऊंची चोटियों में बीती रात हिमपात हुआ है जिसमें खड़ा पत्थर और नारकंडा में तीन से चार इंच, जबकि कुफरी में 2 इंच हिमपात दर्ज हुआ है ।
जानकारी के अनुसार बीती देर शाम कुल्लू ज़िला की ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ जबकि निचले इलाकों में वर्षा हुई। बीती देर शाम कुल्लू ज़िला की ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ जबकि निचले इलाकों में वर्षा हुई।
रोहतांग पास, अटल टनल धुंधी, सोलंगनाला, कोठी व मनाली में भी हिमपात हुआ है। दो महीने से भी अधिक समय के बाद हुई इस बर्फबारी व वर्षा से घाटी के किसान बागवान खुश है। साथ ही पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग भी सैलानियों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद कर रहे हैं।
वही अटल टनल के समीप अधिक बर्फबारी होने के चलते कुछ पर्यटक वहां फंस गए जिन्हें पुलिस द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया है। आज सुबह फिलहाल बादल छाए हैं। जिला किन्नौर के जनजातीय क्षेत्र कल्पा मे भी आज हल्की बर्फबारी व मौसम खराब है इसके चलते समूचे क्षेत्र मे ठण्ड का प्रभाव बढ़ गया है.
लाहौल स्पीति में डेढ़ दशक बाद ऐसा मौसम बना है कि दिसम्बर व जनवरी माह में न के बराबर बर्फबारी हुई हो और घाटी के पहाड़ सूखे पड़े। घाटी की ऊंची चोटियों रोहतांग व बारालाचा पर बर्फबारी जारी। वहीं मंडी, चम्बा, किन्नौर, कांगड़ा, सिरमौर की ऊँची चोटियां बर्फ से ढक गई है जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश राहत लेकर आई है।