एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व विधायक विक्रमादित्य सिंह ने भी सेब बागवानों की समस्याओं को लेकर बागवानी मंत्री और सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बागवानों की सुध नहीं ले रही है।
बीते रोज की कैबिनेट में कार्टन में जीएसटी को 6 फ़ीसदी कम करना मात्र एक छलावा है क्योंकि यह सब्सिडी केवल हिमफेड या एचपीएमसी द्वारा चिन्हित कम्पनियों से कार्टन खरीदने पर मिलेगा जबकि बागवान खुले मार्केट से कार्टन खरीदता है इसलिए इसका किसानों को कोई लाभ नहीं होगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सीजन शुरू होने से पहले सरकार को बागवानों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए था लेकीन सरकार ने पिछ्ले सेब सीजन से सबक न लेकर इस बार भी बागवानों से धोखा किया है जिसका सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
बागवान सड़कों पर उतर गए हैं और कांग्रेस पार्टी भी बागवानों के साथ खड़ी है। बागवानी मंत्री केवल धर्मपुर तक ही सीमित है।
वहीं विक्रमादित्य सिंह मुख्य सचिव के हटाए जाने पर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि चीफ सेक्रेटरी राम सुभग सिंह पर काफी गंभीर आरोप लग रहे थे।
जिसे देखते हुए सरकार को पहले ही उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिए था लेकिन मुख्यमंत्री ने उनको बचाने की कोशिश की और अब मुख्य सचिव को बदला गया है।
मुख्यमंत्री की प्रशासन पर पकड़ बहुत कमजोर है जिसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है। चीफ सेक्रेटरी के साथ-साथ डीजीपी संजय कुंडू को भी सेवानिवृत्त कर दिया जाना चाहिए था लेकिन सरकार डीजीपी को भी बचाने में लगी है।
3 महीने बाद मुख्यमंत्री के सेवानिवृत्त होने का समय भी आ रहा है जिसके लिए उनको तेयार रहना चाहिए क्योंकि सत्ता में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने वाली है।