एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल के किसान और बागवान ‘वाहन रैली’ निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष जाहिर कर रहे हैं। बागवान सेब की इंपोर्ट ड्यूटी को सौ फीसदी करने, किसान आंदोलन के दौरान बने केस को वापिस लेने, एमआईएस को कम करने के खिलाफ सड़कों पर हैं।
प्रदर्शन संयुक्त किसान मंच के साथ केंद्र की वादाखिलाफी के विरोध में किया जा रहा है।
शिमला से लगभग 60 किलोमीटर दूर नारकंडा से कार रैली शुरू हुई। जो नारकंडा से मत्याना, ठियोग, कुफरी, संजौली, विक्ट्री टनल होते हुए प्रदेश सचिवालय छोटा शिमला के बाहर संपन्न हुई।
ऑल इंडिया एप्पल फॉर्मल फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश सिंघा ने कहा कि तीन किसान कानूनों के समय सरकार ने जो वादे किए थे वो पूरे नहीं किए। न्यूनतम समर्थन
मूल्य की घोषणा की बात कही थी जो नही हुआ।
नारकंडा से शिमला सचिवालय तक रैली निकाली गई है ताकि प्रदेश सरकार और केंद्र तक आवाज पहुंच सके। इसके बाद 16 फरवरी को देहात बंद की रूप रेखा तैयार की जाएगी।